ख़ुशियों की बौछार अब आई झाँसी में रानी हुईं विधवा ! काल को भी दया न आइ उदासी की लहरे अब झाँसी मे ... ख़ुशियों की बौछार अब आई झाँसी में रानी हुईं विधवा ! काल को भी दया न आइ उदासी ...
आवाज़ हूँ मैं आवाज़ हूँ मैं
राज कर रही विदेशी आँग्ल भाषा, उपेक्षा की शिकार मेरी मातृ भाषा। राज कर रही विदेशी आँग्ल भाषा, उपेक्षा की शिकार मेरी मातृ भाषा।
आज तिरंगा फहराता है अपनी पूरी शान से हम भी फहराते हैं इसके मान से. आज तिरंगा फहराता है अपनी पूरी शान से हम भी फहराते हैं इसके मान से.
हम अभी भी अपने स्वतंत्रता सेनानियो के संकल्पों का भारत बना रहे हैं ! हम अभी भी अपने स्वतंत्रता सेनानियो के संकल्पों का भारत बना रहे हैं !
ये भूमि है रामराज्य की और स्वराज्य विचारों की । ये भूमि है रामराज्य की और स्वराज्य विचारों की ।